"सुनो..…..ज़रा "चीनी" कम रखना...!!


लो जी, ये भी क्या बात हुई कि छुट्टी के दिन भी  दिन में तीन-चार बार चाय पी जाएं गोया  शक्कर-पत्ती-दूध बर्बाद करने का इरादतन दिन तय किया गया हो ।

उस पर ज़ुल्म ये की चाय अकेली न हो ,साथ में हो, मठरी,पकोड़े कुछ नही तो नमकीन बिस्किट या टोस्ट भी चलेगा ।

 उसके उपर  "इमोशनल-अत्याचार" ये कि, जनाब  की तरफ प्यार भरे जुमले फेकें जाते है ,मसलन "अरे श्रीमती जी,हम तो आपकी कुकिंग स्किल के कायल है, क्या इस गरीब को एक कप चाय भी नसीब न होगी.."।

अपने बालों को समेट कर जूड़ा बनाते हुए , 

श्रीमती हकुना-मटाटा सोचती है. "भई हद है न , वैसे भी इतनी चाय पीना हेल्दी थोड़ी है" !

चाय के दूसरे-तीसरे दौर शुरू होते ही जुमलों के कलेवर  भी बदल जाते है,
जैसे "अरे डार्लिंग ज़रा चीनी कम रखना" ,😂😂😂😂
यानी कि चाय चढ़ाओ तो उसमें "चीनी ज़रा कम रखना.." बस "चाय "शब्द गोल कर दिया जाता है...!!

और ये  जुमला सुनते ही घर के कामों में उलझी और घिरी श्रीमती हकुना-मटाटा झल्लाने लगती है, और आदतन फर्राटेदार अंग्रेज़ी में चिल्ला उठती है   
 "कान्ट यू सी,ई एम बिज़ी इन वर्क, नोवन केयर अबाउट मी", और इसके साथ ही उनका सुबकना शुरू हो जाता है,
और मज़े की बात तो ये है कि उनका सुबकना सुनते ही
मि. हकुना-मटाटा उनकी तरफ यूँ भागते है जैसे कोई यात्री छूटती हुई ट्रैन के पीछे भागता है ।

और एक और जुमला मारते हुए उन्हें मना ही लेते है,जैसे..

..." अरे , क्या हुआ ,हमारी बेगम को,अरे तुम तो यार इस घर की मालकिन हो, तुम बैठो ये बंदा कब काम आएगा"..!!

और मिनटों में श्रीमती हकुना-मटाटा के सामने अदरक वाली चाय हाज़िर हो जाती है, 

अब क्या कहें,  वो मुस्कुराहट के साथ चेयर पर पैर फैला कर चाय के सिप लेती हैं...और बड़े प्यार से मि हकुना-मटाटा को निहारा करती है..!

इसी तरह,  जब भी श्रीमती हकुना-मटाटा  ज़रा मुँह बनाये या पैर पटकेने लगे तो मि. हकुना-मटाटा फौरन सरेंडर कर देते है..!

और फिर शाम होते ही श्रीमती हकुना-मटाटा अदरक इलाइची वाली चाय और साथ में मि. हकुना-मटाटा की फेवरेट मठरी प्लेट में सज़ा कर ले जाती है, बड़ी अदा से उनकी आंखों में आंखे डाल कर मुस्कुरा कर कहती है
" सुनो.... मैंने "चीनी" ज़रा कम रखी है",
और दोनों खिलखिला कर हँस पड़ते है...
.


यही तो जिंदगी है, साथ साथ चलना ,कोई थका हो तो सहारा देना, रूठा हो तो मना लेना, खिन्न हो तो हंसा देना ...!!

हकुना-मटाटा निवास में यह जुमला  रूम फ्रेशनर की तरह काम करता है , खुशियों की खुश्बू फैला देता है...!!

"सुनो, ज़रा "चीनी" कम रखना"..!!

-श्रीमती हकुना-मटाटा

Aka .Meeta S Thakur





 

Comments

Unknown said…
श्रीमती हकुना-मटाटा और श्रीमान हकुना-मटाटा को हार्दिक शुभकामनाएं।

मेरे लिए भी चीनी कम रखना".
Unknown said…
Very nice ma'am thakaan bhari zindagii me kuch pal apno k sath v bitana chaiye 😃😃🙏
Meeta S Thakur said…
Thank you so much ☺️💐
Meeta S Thakur said…
Thank you so much 😊💐
##DT## said…
एहि तो जिंदगी है, साथ साथ चलना ,कोई थका हो तो सहारा देना, रूठा हो तो मना लेना, खिन्न हो तो हंसा देना ...!!
This is the actual definition of life.....!!!
Meeta S Thakur said…
Thank you so very much 😊💐
Paritosh said…
एहि तो जिंदगी है, साथ साथ चलना ,कोई थका हो तो सहारा देना, रूठा हो तो मना लेना, खिन्न हो तो हंसा देना ...!! - देखो आज मैं थक गई हूँ मुझे सोने देना...श्रीमति जी के इस एक वाक्य के साथ श्रीमान जी का हँसते हुए ठीक है बोलना मटाटा निवास की खुशबुओं में रुमानियत को घोलता हुआ हवा में बिखरता जाता है।
Unknown said…
Bhut hi accha likha h mam apne.